देश की प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल का बीते वित्त वर्ष की चौथी जनवरी-मार्च तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 49.2 प्रतिशत बढ़कर 3,005.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी ने मंगलवार को शेयर बाजारों को वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के नतीजों की सूचना देते हुए कहा कि 4जी सेवा के नए ग्राहक बनने और औसत प्रति उपभोक्ता राजस्व (एआरपीयू) में वृद्धि से उसका एकीकृत लाभ बढ़ा है।
एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2,007.8 करोड़ रुपये रहा था।
भारती एयरटेल की एकीकृत परिचालन आय आलोच्य तिमाही में 14.31 प्रतिशत बढ़कर 36,009 करोड़ रुपये हो गई जबकि जनवरी-मार्च, 2022 में यह 31,500.3 करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी का भारतीय कारोबार इस अवधि में 12.2 प्रतिशत वृद्धि के साथ 25,250 करोड़ रुपये हो गया। वहीं समूचे वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय कारोबार 19 प्रतिशत बढ़कर 82,487.7 करोड़ रुपये हो गया।
गत 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का शुद्ध लाभ करीब दोगुना होकर 8,346 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 4,255 करोड़ रुपये रहा था।
भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक गोपाल विट्टल ने बयान में कहा, ‘‘यह हमारे लिए एक और मजबूत तिमाही रही है और हमने वित्त वर्ष का समापन भी अपना पोर्टफोलियो बढ़ाते हुए किया है। इस दौरान 74 लाख नए 4जी ग्राहकों के जुड़ने से हमारे ग्राहक आधार की गुणवत्ता सुधरी है।’’
विट्टल ने कहा कि मार्च तिमाही में एयरटेल का प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू) भी अन्य दूरसंचार कंपनियों से कहीं बेहतर 193 रुपये रहा है। एक साल पहले की समान अवधि में एआरपीयू 178 रुपये रहा था।
पिछले वित्त वर्ष में भारती एयरटेल की एकीकृत परिचालन आय 19.3 प्रतिशत बढ़कर 1,39,144.8 करोड़ रुपये हो गई जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 1,16,546.9 करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी ने भारत में पूंजीगत व्यय को दोगुना कर 8,989.4 करोड़ रुपये पर पहुंचा दिया जबकि साल भर पहले यह 4,276.7 करोड़ रुपये था। इस पूंजीगत व्यय का बड़ा हिस्सा देश में 5जी नेटवर्क स्थापित करने पर लगाया गया।
मार्च तिमाही में एयरटेल के ग्राहकों की संख्या बढ़कर 51.84 करोड़ हो गई जबकि साल भर पहले यह संख्या 48.97 करोड़ थी।