नयी दिल्ली। मार्च में भारी निकासी के बाद ऋण या बॉन्ड म्यूचुअल फंड (निश्चित आय वाले फंड) में अप्रैल में जोरदार प्रवाह हुआ। इस दौरान इन योजनाओं ने 1.06 लाख करोड़ रुपये जुटाए, जिसमें नकदी योजनाओं की 60 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि ऋण जोखिम और बैंकिंग तथा पीएसयू फंड श्रेणी को छोड़कर बाकी सभी श्रेणियों में शुद्ध प्रवाह देखा गया। कम परिपक्वता वाली श्रेणियों को सबसे अधिक फायदा हुआ।
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जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि एक अप्रैल से इंडेक्सेशन से कर लाभ उपलब्ध नहीं होने के कारण निश्चित आय वाले म्यूचुअल फंड के प्रवाह में गिरावट देखी जा सकती है।
आंकड़ों के मुताबिक, ऋण म्यूचुअल फंड में अप्रैल में शुद्ध रूप से 1.06 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि इससे पिछले महीने इनसे शुद्ध रूप से 56,884 करोड़ रुपये निकाले गए थे।