छात्रों की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद जहां 10वीं के छात्रों को अपने स्ट्रीम का चुनाव करना है। वहीं दूसरी ओर 12वीं के छात्रों को हायर एजुकेशन पर फोकस करना होता है। बेहतर और सही करियर का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण निर्णय होता है। छात्र द्वारा चुना गया करियर ही उसके भविष्य का निर्माण करता है। ऐसे में कई बार स्टूडेंट्स अपने करियर और पढ़ाई को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं।
इस कंफ्यूजन को दूर करने के लिए वह पैरेंट्स, सीनियर या टीचर्स की मदद लेते हैं। ऐसे में पैरेंट्स को अपने बच्चे का सही मार्गदर्शन किए जाने की जरूरत होती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उन जरूरी बातों को बताने जा रहे हैं जो आपके बच्चे के करियर चुनाव में मदद करेगी। कई बार पैरेंट्स बच्चों पर अपनी इच्छाएं थोप देते हैं। जिसके कारण छात्रों को आगे स्ट्रगल करना पड़ता है। ऐसे में आप भी इन गलतियों को करने से बचें।
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अपनी इच्छाएं थोपने से बचें
करियर का सुझाव देने के दौरान कई बार पैरेंट्स बच्चों पर अपनी इच्छाएं थोपने लगते हैं। हर पैरेंट्स अपने बच्चे को डॉक्टर, इंजीनियर या फिर टीचर बनाना चाहता है। लेकिन अगर आपका बच्चा बिना मन लगाए सिर्फ आपके कहने से इन फील्ड में जाएगा तो जरूरी नहीं है कि वह सफल हो। वहीं अपनी पसंद के करियर के साथ उसे सफल होने से कोई नहीं रोक पाएगा। इसलिए छात्र किस फील्ड में करियर बनाना चाहता है और उसमें क्या स्कोप है। इस बारे में जरूर जानकारी हासिल करें।
सोसायटी का दबाव
अक्सर देखने को मिलता है कि जब कोई बच्चा अपनी लीक से हटकर किसी फील्ड में करियर का चुनाव करता है तो उसे सोसायटी का डर दिखाया जाता है। सोसायटी क्या कहेगी, लोग क्या सोचेंगे। इन सब बातों को बोलने से बच्चे कई बार अपना पसंदीदा करियर छोड़ देते हैं। जबकि आपका बच्चा जिस भी फील्ड में जाना चाहता है, अपना करियर बनाना चाहता है। उस फैसले में आप डटकर उसके साथ खड़े रहें। ऐसा करने से बच्चों का मनोबल बढ़ता है और उन्हें आसानी से सफलता मिलती है।
करियर काउंसलिंग
अगर पैरेंट्स को लगता है कि वह अपने बच्चे को करियर से रिलेडेट बेहतर सलाह नहीं दे पा रहे हैं। तो ऐसी स्थिति में आप करियर काउंसलर की मदद ले सकते हैं। करियर काउंसलर के पास बच्चे को ले जाने से उसके सामने कई करियर के ऑप्शन खुलेंगे।
टीचर से लें सलाह
पैरेंट्स को इस बात पर विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए कि बच्चों का टीचर भी उनका करियर काउंसलर बन सकता है। करियर का चुनाव करते समय यदि कंफ्यूजन हो तो आप टीचर की भी मदद ले सकते हैं। टीचर से जान सकते हैं कि आपका बच्चा किस सब्जेक्ट में बेहतर है। ऐसा करने से आपका बच्चा बेहतर तरीके से करियर का चुनाव कर पाएगा।
बच्चे पर न डालें प्रेशर
बच्चे पर अपने करियर के चुनाव को लेकर काफी प्रेशर रहता है। ऐसे में कई बार पैरेंट्स कोई एक खास करियर चुनने का उनपर दबाव डालते हैं। ऐसा करने से बचना चाहिए। उन्हें स्वतंत्रता देने से वह बेहतर तरीके से करियर का चुनाव कर पाएंगे। वहीं किसी खास करियर में ढकेलने के कारण न तो आपका बच्चो मोटिवेट हो पाएगा और हो सकता है वह उस फील्ड में बेहतर प्रदर्शन भी न कर पाएं।