कर्नाटक विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के साथ वापसी करते हुए कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दक्षिण भारत में उसके एकमात्र गढ़ सेसत्ता से बाहर कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने चुनावों में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर पर सवार होकर कांग्रेस ने शनिवार को स्पष्ट बहुमत के आंकड़े से अधिक सीटें हासिल की हैं। कर्नाटक में कांग्रेस की जीत न सिर्फ उसके सियासी रसूख को बढ़ाने वाली है, बल्कि 2024 के लोकसभा के चुनाव में उसकी उम्मीदों तथा विपक्षी एकजुटता की पूरी कवायद में उसकी हैसियत को और ताकत देने वाली साबित हो सकती है। 224 विधानसभा सीटों वाले राज्य में कांग्रेस ने कुल 135 सीटों पर जीत हासिल की है।
शुरु हुआ सीएम को लेकर मंथन
अब कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद राज्य में मुख्यमंत्री चुनने की कवायद भी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री पद के लिए दो उम्मीदवार दावेदारी कर रहे है जिसमें सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार का नाम सबसे ऊपर है। गौरतलब है कि डीके शिवकुमार कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष है। वहीं सिद्धारमैया कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पार्टी के बड़े नेता माने जाते है। ऐसे में दोनों नेताओं में से एक को चुनकर राज्य का मुख्यमंत्री बनाना काफी कठिन होगा।
आज शाम होगी बैठक
जानकारी के मुताबिक राज्य के मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाने के लिए 14 मई की शाम को कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। ये बैठक शाम 6.30 बजे बेंगलुरु में होगी, जिसमें जो भी नतीजा सामने आएगा उसपर कांग्रेस आलाकमान से चर्चा होगी। दिल्ली में चर्चा होने के बाद ही मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जाएगी।
डीके शिवकुमार के समर्थन में लगे पोस्टर
वहीं विधायक दल की बैठक से पहले ही डीके शिवकुमार के समर्थन में कई पोस्टर लगाए गए है। उनके समर्थकों ने बेंगलुरु स्थित घर के बाहर पोस्टर लगाकर मांग की है कि डीके शिवकुमार को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की गई है।