केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को एक बार फिर से जान से मारने की धमकी मिली है। सूत्रों ने बताया है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को कल शाम उनके दिल्ली आवास पर फोन कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि मंत्री के कार्यालय ने दिल्ली पुलिस को इस बारे में सूचित किया और अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब गडकरी को जान से मारने की धमकी मिली है। इससे पहले भी उन्हें धमकी मिल चुकी है। मार्च में उन्हें दो बार फोन आया जिसके जरिए जान से मारने की धमकी दी गई थी।
इसके बाद से पुलिस जांच में जुट गई थी। तब नागपुर के डीसीपी राहुल मदाने ने कहा था कि नितिन गडकरी के ऑफिस में जयेश पुजारा नामक व्यक्ति ने फोन कर धमकी दी और कहा कि पिछली बार जो नहीं हुआ वो अब हो जाएगा, तब 100 करोड़ मांगे थे वो नहीं दिए, अब 10 करोड़ तो दे दो। धमकी के बाद भाजपा नेता और नागपुर के सांसद के घर और कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। फोन करने वाले की पहचान जयेश पुजारी के रूप में हुई है, जिसने मांग पूरी न होने पर मंत्री को बम से उड़ा देने की धमकी दी। जांच के बाद पता चला कि फोन करने वाला हिंडाल्गा जेल का कैदी है और उसे पिछले दिनों एक हत्या के मामले में एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। फोन हिंडालगा जेल से किया गया था।
‘सेवा की राजनीति से मिलता है वोट’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को “सेवा की राजनीति” पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह अगले चुनाव में अपने निर्वाचन क्षेत्र में कोई पोस्टर नहीं लगाएंगे या लोगों को चाय की पेशकश नहीं करेंगे। उन्होंने जोर देकर कहा कि वोट “पोस्टर और बैनर” के बजाय “सेवा की राजनीति” के आधार पर जीते जाते हैं। गडकरी राजस्थान के सीकर जिले के खाचरियावास गांव में पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।