केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को कांग्रेस नीत राजस्थान सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार करार दिया और कहा कि पहली बार राज्य के मंत्री अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगा रहे हैं।
वह कांग्रेस के असंतुष्ट नेता सचिन पायलट के समर्थन में राजस्थान के मंत्रियों- राजेंद्र गुढ़ा और हेमाराम चौधरी द्वारा सोमवार को जयपुर में एक रैली में दिए गए भाषणों का जिक्र कर रहे थे।
अशोक गहलोत नीत सरकार पर हमला बोलते हुए मंत्रियों ने आरोप लगाया था कि ‘‘कर्नाटक की सरकार का जो 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार का मामला था, हमारी सरकार उससे पार जा रही है।’’
शेखावत यहां रोजगार मेला की पांचवीं श्रृंखला में नवनियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटने आए थे। उन्होंने आरोप लगाया, पहली बार ऐसा हुआ है कि मंत्री अपने कैबिनेट सहयोगियों पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं।’’
शेखावत ने राहत के नाम पर भीषण गर्मी में लोगों को कतार में खड़ा करने को लेकर राज्य सरकार के महंगाई राहत शिविरों पर भी निशाना साधा।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत ने आरोप लगाया कि राजस्थान में ईंधन की कीमतें सबसे अधिक हैं और पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतें पड़ोसी राज्यों की तुलना में 10 रुपये अधिक हैं।
उन्होंने दावा किया कि पिछले चार साल में, गहलोत सरकार ने लोगों से 30,000 करोड़ रुपये ‘‘लूट लिए’’ और अब उनमें से कुछ पैसा राहत के नाम पर लोगों को लौटाया जा रहा है।
शेखावत ने राज्य के युवाओं को नौकरी देने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा।