24 दिसंबर 2009 कोलकाता का इडन गार्डेन मैदान 50 ओवर के मुकाबले में ओपनर उपल थरंगा और कुमार सांगकारा की पारी की बदौलत श्रीलंका की टीम ने भारत के सामने 315 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया। उस वक्त वन डे क्रिकेट में 300 से ऊपर का स्कोर जीत की गारंटी माना जाता था। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम और गॉड ऑफ क्रिकेट कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर अपने ओपनिंग पार्टनर वीरेंद्र सहवाग के साथ मैदान में थे। लेकिन महज 23 रन के टीम के स्कोर पर भारत के दो विकेट डाउन हो गए। सचिन-सहवाग की जोड़ी पवेलियन लौट चुकी थी। मैदान पर दो खिलाड़ियों का आगमन हुए दोनों ही दिल्ली के घरेलू टीम से मैच खेला करते थे। दोनों युवा बल्लेबाजों ने शानदार पारियां खेली और शतक लगाएं। ये दोनों और कोई नहीं लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटोर गौतम गंभीर और आरसीबी के कैप्टन विराट कोहली जिनके बीच हुई साझेदारी ने भारत को वो मैच सात विकेट से जीता दिया। गंभीर को 150 रन की पारी की बदौलत मैच ऑफ द मैच चुना गया। लेकिन उस वक्त गंभीर ने अपना अवॉर्ड कोहली को दे दिया और इसके लिए उनकी तारीफ भी हुई थी। लेकिन बैंगलोर और लखनऊ के बीच 1 मई को हुए मैच में खूब बवाल कटा। लखनऊ के इकाना में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने लखनऊ सुपर जायंट्स को हरा दिया। हार जीत से ज्यादा मैच के दौरान विराट कोहली और नवीन उल हक और गौतम गंभीर की लड़ाई की चर्चा हो रही है। मैच के बाद विराट कोहली और गौतम गंभीर आपस में भिड़ गए थे। दोनों के बीच खूब कहासुनी हुई। कुल मिलाकर कहे तो विराट कोहली और गौतम गंभीर ने एकबार खेल की मर्यादा को तार-तार करते हुए जेंटलमैन गेम को शर्मशार कर दिया। विराट और गंभीर मैदान पर बच्चों की तरह लड़ते नजर आए। एक तरफ विराट कोहली थे जो क्रिकेट करियर के दस सालों बाद भी तीनों फॉर्मेट में दुनिया के आला खिलाड़ी हैं। वहीं दूसरी तरफ गौतम गंभी थे जो दो-दो वर्ल्ड कप फाइनल में टॉप स्कोरर रहे हैं, बतौर कप्तान अपनी आईपीएल टीम को दो कप जितवा चुके हैं। ऐसे में आइए जानते हैं क्या है विराट और गौतम के झगड़े की कहानी जो कभी हुआ करते थे एक दूसरे के दोस्त।
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आखिर हुआ क्या था?
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) और लखनऊ सुपरजाइंट्स के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच के दौरान फिर एक-दूसरे से उलझ पड़े जिससे इन दोनों के मतभेद खुलकर सामने आ गए। आरसीबी के मुख्य बल्लेबाज कोहली और लखनऊ टीम के मेंटर (मार्गदर्शक) गंभीर 1 मई को खेले गए मैच के बाद एक दूसरे से बहस में उलझ पड़े। आरसीबी ने इस कम स्कोर वाले मैच में 18 रन से जीत दर्ज की थी। इन दोनों पर आईपीएल आचार संहिता के अनुच्छेद 2.21 का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का शत प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। मैच समाप्त होने के बाद जब दोनों टीमों के खिलाड़ी एक दूसरे से हाथ मिला रहे थे तब लखनऊ के गेंदबाज नवीन उल हक और कोहली को आपस में बहस करते हुए देखा गया तथा आरसीबी के ग्लेन मैक्सवेल ने उन दोनों को एक दूसरे से अलग किया। मैच के बाद मैदान पर ही मेयर्स और कोहली चलते हुए कुछ बातें कर रहे थे। मेयर्स ने कोहली से पूछा कि वो उन्हें लगातार गाली क्यों दे रहे थे। इस पर कोहली ने उनसे पूछा कि वो उन्हें घूर क्यों रहे थे? इसके बाद गंभीर ने मायर्स को कोहली के साथ बातचीत करने से रोक दिया। इसके तुरंत बाद गंभीर को कोहली की तरफ बढ़ते हुए देखा गया। गंभीर ने पूछा क्या बोल रहा है बोल? इस पर कोहली ने कहा कि मैंने आपको कुछ नहीं बोला है, आप क्यों घुस रहे हो। उन्होंने बताया कि फिर गंभीर ने जवाब दिया कि तूने अगर मेरे प्लेयर को बोला है, मतलब तूने मेरी फैमिली को गाली दी है। इस पर कोहली ने कहा कि तो आप अपनी फैमिली को संभाल के रखिए। फिर आखिर में गंभीर ने कहा कि तो अब तू मुझे सिखाएगा।
क्रिकेट एक्सपर्स्ट्स का क्या है कहना?
आईपीएल ने बयान में कोहली और गंभीर ने आईपीएल आचार संहिता के उल्लंघन का अपराध स्वीकार कर लिया है और उन पर मैच फीस का 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। लखनऊ के गेंदबाज नवीन उल हक पर भी उनकी मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। सुनील गावस्कर ने सवाल किया कि क्या जुर्माना इस बात की गारंटी देने के लिए पर्याप्त था कि भविष्य में ऐसा कभी नहीं होगा। गवास्कर ने अपना रिएक्शन देते हुए कहा कि कुछ देर पहले ही विजुअल्स देखे थे, मैंने कल मैच लाइव नहीं देखा था। ये बातें कभी अच्छी नहीं लगतीं। 100 प्रतिशत मैच फीस क्या है? यदि ये कोहली है, जो आरसीबी के लिए शायद 17 करोड़ की राशि पर हैं, जिसका अर्थ है संभावित 16 मैचों के लिए 17 करोड़, जिसमें सेमीफाइनल और फाइनल शामिल हैं। तो आप एक करोड़ रुपये की बात कर रहे हैं। क्या उस पर 1 करोड़ और अधिक का जुर्माना लगाया जाएगा? मुझे नहीं पता कि गंभीर की स्थिति क्या है। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह दोहराया न जाए। पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले को हालांकि कोहली और गंभीर का व्यवहार अच्छा नहीं लगा। उन्होंने कहा कि इस तरह से भावनाओं को व्यक्त करना सही नहीं है। वैसे 2009 से 2013 तक गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच सबकुछ ठीक ठाक चल रहा था। दोनों इस दौरान एक साथ भारत के लिए कई मैच खेले। तब तक विराट और गंभीर के बीच कोई झगड़ा नहीं हुआ। बताया जाता है कि विराट और गंभीर टीम इंडिया के दिनों में काफी अच्छे दोस्त हुआ करते थे।
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2013 से शुरु हुई अदावत
साल 2013 में आईपीएल के दौरान विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच झगड़े की शुरुआत हुई। गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे और विराट कोहली आरसीबी के लिए खेलते थे। इसके बाद से ही दोनों के बीच विवादों की खबरें तूल पकड़ती रहती हैं। कोहली उस समय सुपरस्टार बनने की ओर थे जबकि गंभीर केकेआर के कप्तान थे। एक मैच में जब विराट आउट हो गए तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि वो आउट हो गए हैं। वो क्रीज पर खड़े थे। ऐसे में गंभीर ने कुछ अपशब्द बोलते हुए कोहली से कहा कि मैदान से बाहर क्यों नहीं जा रहे हो। गंभीर की बात कोहली ठीक से सुन नहीं पाए और उन्होंने गंभीर से पूछा कि क्या कहा आपने। इस पर गंभीर ने अपशब्द और अपनी बात को दोहरा दिया। इस पर कोहली ने कुछ अपशब्द कहे। दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे से उलझ गए। इसके बाद बाकी खिलाड़ियों और अंपायरों ने दोनों को अलग किया था। इसके बाद कई मौके पर गंभीर और विराट के बीच की अनबन की बातें सामने आती रहती हैं। 2013 के बाद ये पहला मौका है जब दोनों दिग्गज खिलाड़ी मैदान पर आमने सामने नजर आए।
जब कोहली बने टेस्ट कप्तान, बाद में लग गया गंभीर के करियर पर विराम
कोहली और गंभीर के बीच दरार में आईपीएल के झगड़े के अलावा एक और अहम पहलू है जो दोनों के साथ में भारतीय टीम से खेलने के दौरान का है। शिखर धवन और रोहित शर्मा के ओपनिंग में शानदार प्रदर्शन की बदौलत गंभीर को सीमित ओवरों के मैच से बाहर होना पड़ा था। ऐसे में उनकी एकमात्र उम्मीद टेस्ट क्रिकेट था। लेकिन जब कोहली 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट कप्तान बने तो उन्होंने गंभीर की अनदेखी की, हालांकि गंभीर का खराब फॉर्म भी इसकी एक वजह था। कोहली की कप्तानी में गंभीर ने 2016 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में टेस्ट टीम में वापसी की मगर दो टेस्ट के बाद उन्हें बाहर कर दिया गया था। गंभीर उसके बाद से कभी भारत के लिए नहीं खेलें। उन्होंने अंतिम टेस्ट में इंग्लैंड के विरुद्ध पहली पारी में 29 रन बनाए और दूसरी पारी में शून्य पर आउट हुए।
धोनी एंगल क्या है
गंभीर और कोहली की दोस्ती टूटने की वजह से खेल जगत से जुड़े कई लोग महेंद्र सिंह धोनी को मानते हैं। गौतम गंभीर को धोनी ज्यादा पसंद नहीं थे। वहीं विराट कोहली शुरुआत से ही धोनी के करीबी खिलाड़ियों में शामिल रहे। इसी वजह से गौतम गंभीर और विराट कोहली के बीच भी अनबन हो गई।