अफगानिस्तान में तालिबान शासन की तरफ से अफगान राजदूत फरीद मामुंडज़े को वापस बुलाने और वर्तमान ट्रेड काउंसलर कादिर शाह को उनके स्थान पर कार्यकारी राजदूत के रूप में नियुक्त करने के फैसला लिया गया है। ये पूरा विवाद तब सार्वजनिक हो गया, जब अफगान मीडिया आउटलेट्स ने भारत में स्थित अफगानों का एक पत्र प्रकाशित किया, जिसमें मौजूदा राजदूत और अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। प्रतिक्रिया में 2020 से भारत में राजदूत मामुंडज़े ने एक पत्र जारी कर आरोपों को एकतरफा, पक्षपातपूर्ण और असत्य करार देते हुए अफगानिस्तान में लोकतांत्रिक प्रणाली के पतन का आरोप लगाया।
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हालांकि, तालिबान के विदेश मंत्रालय (एमएफए) के मानव संसाधन निदेशक द्वारा एक पत्र (25 अप्रैल, 2023 को आदेश संख्या 3578) जारी करने के बाद, राजदूत फरीद मामुंडज़े को वापस बुलाते हुए पूछा कि आखिर पिछले एक महीने से दूतावास के भीतर परेशानी कैसे बढ़ रही है। उन्हें काबुल में एमएफए को रिपोर्ट करने के लिए कहा गया। इसी तारीख को तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के एक अन्य आदेश में कहा गया है कि ट्रेड काउंसलर कादिर शाह भारत में अफगानिस्तान दूतावास में मामलों की निगरानी करेंगे और काबुल में सरकार को रिपोर्ट करेंगे।
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भारत की ओर से काबुल दूतावास को खोले जाने के बाद तालिबान चाहता था कि उसका राजदूत नई दिल्ली में तैनात किया जाए। तालिबान के विदेश मंत्रालय ने पिछले साल जुलाई में पहली बार अपने राजदूत की तैनाती के लिए अनुरोध किया था।